अंकित को अपने हॉस्टल में घुसते ही पता चलता है कि जो कमरा उसे दिया गया था, उसपर पहले से ही चिराग और जाट ने कब्ज़ा किया हुआ है। अब उसे ख़ुद के लिए एक कमरा ढूंढ़ना होगा, और एक बिस्तर भी, वो भी चल रही रैगिंग के दौरान।
आकांक्षा को देखते ही अंकित उसके पीछे लट्टू हो जाता है, जो कि उसके बैच की ही नहीं बल्कि पूरे कॉलेज की सबसे सुंदर लड़की है। क्या अंकित जैसा एक शर्मीला लड़का उसे पा सकेगा?
As the seniors are allotted single rooms in the hostel, the gang refuses to get serious about their final year until reality hits them in the form of an unexpected event.